माल चाहे दो हज़ार का हो, दो लाख का हो या दो करोड़ का हो, footpath पे आकार दो कौड़ी का हो जाता है
ये दो टके का officer officer नहीं हमारे लिये cancer है cancer
हम वो शैतान हैं जो बिना दाम के जान ख़रीद लेते हैं तो दुकान क्या चीज़ है?
दुनिया चाँद तक पहुँची है और मुझे (beat) इंतेक़ाम के आसमाँ तक पहुँचना है पिताजी
तेरी जबान है क्या whole-sale की दुकान है?
क़सम Jesus की मुंजाल ख़ुराना को जब तक खल्लास नहीं कर डालेगा, अपुन Jesus की शकल भी नहीं देखेगा
ये ज़माना रावण का है; नज़र उठा के देख; चारों तरफ़ रावण ही रावण हैं; छोटी कुर्सी पर छोटा रावण बड़ी कुर्सी पर बड़ा रावण; लोहे की कुर्सी पर मज़बूत रावण; लकड़ी की कुर्सी पर कमज़ोर रावण
No comments:
Post a Comment